शादी के बाद एक लड़की के लिए उसका ससुराल ही सब कुछ होता है। खासकर, जब लड़की विधवा हो जाए तो उसकी जिंदगी खत्म हो जाती है। अक्सर देखा जाता है कि सास ससुर अपनी विधवा बहू की दोबारा शादी नहीं करवाते। मगर, समाज की इन पुरानी बंदिशों को तोड़ते हुए एक सास-ससुर ने अपनी विधवा बहू की शादी करवाकर एक मिसाल कायम की है।
स्नेहलतागंज में रहने वाले परिवार में एक ऐसा ही दिल को छूने वाला वाकया सामने आया है। बेटे की कैंसर से मौत होने के बाद ससुर ने अपनी बहू का पिता बनकर कन्यादान करते हुए उसकी दूसरी शादी कराई और उसे नई जिंदगी जीने का अवसर दिया।
एसबीआई में मैनेजर पद से रिटायर्ड मुकेश भाई शाह के इकलौते बेटे अंकुश शाह की शादी 2014 में महाराष्ट्र के धुलिया में रहने वाली किंजल से हुई। अंकुश ने इंजीनियर तो किंजल ने एमबीए की पढ़ाई की हुई थी। मगर, शादी के कुछ महीने बाद अंकुश की तबीयत अचानक खराब होने लगी। तभी जांच और काफी सारे टेस्ट करवाने पर पता चला कि उसे पेट का कैंसर था। वहीं इसी बीच पता चला कि किंजल भी गर्भवती है। अंकुश के माता-पिता ने बेटे का इलाज करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दिल्ली-मुंबई में लाखों रुपए का इलाज कराया लेकिन उसे बचा ना सके। बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार डिप्रेशन में चला गया।
किंजल ने सास-ससुर का साथ नहीं छोड़ और उनकी सेवा करती रहीं। अंकुश की साढ़े तीन साल की तशवी बेटी भी है। मगर, एक दिन उनके सास-ससुर ने बहू की दूसरी शादी करने का फैसला किया लेकिन किंजल ने इससे इंकार कर दिया। हालांकि सास-ससुर के बहुत कहने पर वो मान गई। दो साल किंजल के लिए लड़का तलाशने के बाद मुकेश भाई शाह की तलाश खत्म हुई। उन्होंने अपनी बहू को ना सिर्फ दोबारा डोली में बिठाया बल्कि उसका कन्यादान करते हुए उसे नई जिंदगी जीने का अवसर दिया।